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Saturday, February 15, 2020

नवगीत जीवन-मरण संजय कौशिक 'विज्ञात'




नवगीत
जीवन-मरण
संजय कौशिक 'विज्ञात'

मापनी 16/16

संदेह नहीं कुछ भी बाकी,
सब खुशियों का हुआ हरण था।
दिखने को जीवित हूँ अब तक,
मेरा वर्षों पूर्व मरण था।


1
आँधियों से लड़ लेता मैं,
खेल रहा था तूफानों से।
शीतलहर विपरीत हवा से,
जलती लू के सब तानों से।
उसी कष्ट की सरगम बनकर,
महक उठी मेरे गानों से।
राग मल्हारी तुमने गाया,
फिर बरसे कंटक दानों से।

हर्ष पूर्ण रहना जीवन भर,
उत्तम तेरा निराकरण था।
दिखने को जीवित हूँ अब तक,
मेरा वर्षों पूर्व मरण था।

2
नभ द्युति गिरके फिर उठ जाती,
वही पराक्रम दिखता तेरा।
आलिंगनबद्ध हुई हिय से,
पर्णकुटी में नहीं बसेरा।
लहर गगन सी फिर गायब थी,
ढूंढ न पाये फिर वो डेरा।
विडम्बनाएं बड़ी भाग्य की,
भाल रेख भी चमके मेरा।

व्यथित कथित अध्याय तिरस्कृत,
जिसका अंतिम यही चरण था
दिखने को जीवित हूँ अब तक,
मेरा वर्षों पूर्व मरण था।

3
आज अराजक तत्व बना जो,
किसके कारण कौन कहेगा।
पीर पर्वती सहके भीतर,
बनके झरना कौन बहेगा।
पलक फलक पर मेघ कहाँ तक,
देने कब तक साथ रहेगा।
उर्मि सिंधु की कहती दिखती,
कब तक कितना मौन सहेगा।

शंका करके मोड़ा था मुँह,
उस दिन टूटा प्रथम परण था॥
दिखने को जीवित हूँ अब तक,
मेरा वर्षों पूर्व मरण था।

संजय कौशिक 'विज्ञात'

20 comments:

  1. वाह वाह बहुत खूब 👌गजब अद्भुत 👏👏👏

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  2. आज अराजक तत्व बना जो, किसके कारण कौन कहेगा।
    पीर पर्वती सहके भीतर, बनके झरना कौन बहेगा।।
    वाह वाह बहुत खूब आदरणीय

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  3. वाह बेहद खूबसूरत गीत 👌👌👌👌

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  4. शानदार आपका नवगीत बहुत सुन्दर बहुत मार्मिक आज अराजक तत्व बना जो.....

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  5. निःशब्द करती रचना। हर शब्द हर भाव इतना सटीक और मर्मस्पर्शी की मन खुद ब खुद रचना का समर्थन करने को विवश हो ...बेहद मार्मिक रचना 👌👌👌 नमन आपकी लेखनी को जो जब भी चलती है कुछ खास ही लिखती है 🙏🙏🙏

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  6. अतीत और अर्वाचीन मानव समाज का तुलनात्मक परिदृश्य दिव्य चिन्तन का द्योतक है। आज के समाज को यह सार्थक सन्देश पाथेय हो। "मंगलकामना"

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  7. बहुत बहुत बधाई हो।

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  8. अत्यंत मार्मिक और हृदयस्पर्शी रचना है आदरणीय 👌👌👌👌👌👌👌

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  9. व्यथित कथित अध्याय तिरस्कृत,
    जिसका अंतिम यही चरण था
    दिखने को जीवित हूँ अब तक,
    मेरा वर्षों पूर्व मरण था।
    बहुत ही सुंदर, उत्कृष्ट रचना । बहुत-बहुत बधाई व शुभकामनाएँ ।

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  10. अनुपम नवगीत सृजन
    आ.सर जी शुभकामनाएं 🙏

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  11. अति मार्मिक रचना ❤️💐🙏

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  12. अति मार्मिक चित्रण

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