नवगीत
परिणय सूत्र की वर्षगाँठ
संजय कौशिक 'विज्ञात'
सूत्र परिणय खिल उठा फिर
हर्ष हिय लेकर बधाई
वर्ष अग्रिम आ गया ले
स्मृति मधुरतम सी मिठाई।।
गाँठ परिणय वर्ष अनुपम
बाग सी मोहक खिली है
पुष्प काँटों की धरोहर
हर्ष क्रंदन ले मिली है
फिर झिली है रार गहरी
आग अपनो की लगाई।।
कुछ वचन जीवन पुगाता
चार फेरों सा फिरा है
मंत्र उच्चारण करे जो
कष्ट में फँसता घिरा है
व्याधियों का रोग टाला
हर प्रथा हँसके निभाई।।
मील का पत्थर कहे ये
आज अभिनंदन तुम्हारा
पल खिले पुलकित पुकारें
आज गौरव गान प्यारा
और शहनाई कहे फिर
श्रेष्ठ ये जोड़ी सवाई।।
संजय कौशिक 'विज्ञात'
बहुत ही शानदार नवगीत गुरुदेव 💐💐💐
ReplyDeleteशादी की वर्षगाँठ की हार्दिक शुभकामनाएं 💐💐💐
आप दोनों का आशीर्वाद सदा मिलता रहे 🙏
खूबसूरत नवगीत
ReplyDeleteमां पिताजी को नमन 🙏 वैवाहिक वर्षगांठ की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
वैवाहिक वर्षगांठ की हार्दिक बधाई गुरु जी।
ReplyDeleteवैवाहिक वर्षगांठ की हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteमांँ पिताजी को नमन 🙏🙏
बधाई 🌺🌺🌹🌹🌹🙏
ReplyDeleteमील का पत्थर कहे ये
ReplyDeleteआज अभिनंदन तुम्हारा
पल खिले पुलकित पुकारें
आज गौरव गान प्यारा
और शहनाई कहे फिर
श्रेष्ठ ये जोड़ी सवाई।।
वाह वाह वाह अति उत्कृष्ट सृजन आ.गुरुदेव जी
नमन आप को और आप की लेखनी को।
आ.गुरु दादा जी और आ. गुरुदादी माँ जी प्रणाम आप दोनों को और विवाह वर्षगांठ की बहुत बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएँ ।
सदा ही आप दोनों स्वस्थ रहिए और हर क्षण खुश रहिए।
यही ईश्वर से प्रार्थना है।
पूज्यनीय युगल एंव पितामही को सादर प्रणाम, दोनों आदरणीय को सप्तपदी की वर्षगांठ पर हार्दिक शुभकामनाएं।
ReplyDeleteसदा खुशियों और आनंद से भरा रहे आप सब का जीवन।
सादर।
बहुत बहुत बधाई ! सादर प्रणाम !🙏🙏
ReplyDeleteपूज्यनीय माताजी पिताजी को वैवाहिक वर्षगाँठ की अनेकानेक शुभकामनायें🙏🙏🌹🌹💐💐बहुत ही खूबसूरत नवगीत👏👏👏👏👏
ReplyDeleteआ0 सुंदर छाया चित्र
ReplyDeleteवैवाहिक वर्षगाँठ की हार्दिक बधाई
सभी पूज्यनीय और आदरणीय को सादर अभिवादन
वैवाहिक वर्षगाँठ की हार्दिक बधाई एवं सादर नमन🙇🙇💐💐🙏🙏
ReplyDeleteपरम आदरणीया माता जी और आदरणीय पिताजी को वैवाहिक वर्षगाँठ की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं ,💐💐💐 ईश्वर का आशीर्वाद सदा उन पर बना रहे🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹
ReplyDeleteबहुत सुंदर नवगीत👏👏👏
गुरुदेव के पूज्य पिताजी और माताजी के वैवाहिक वर्षगाँठ के अवसर पर मेरी तरफ से शब्द सुमन की भेंट 🙏
ReplyDeleteपरिणय की पावन स्मृतियों को
आँगन देता आज बधाई।
गंगा सागर सी यह जोड़ी
देख खुशी की बदरी छाई।।
डाली डाली महक रही है
कोयल तान सुनाए प्यारी
आशीषों की वर्षा देखी
महक उठी फूलों की क्यारी
ढोल नगाड़े बाजे हिय में
झूम रही देखो शहनाई।।
गलियों की तरुणाई देखे
चमक उठे दिन में भी तारे
पर्व खुशी का आज मनाने
जमा हुए हैं अपने सारे
आज लेखनी गीत सुनाती
खुशियाँ बन बाराती आई
चहुँ दिश भिजवाए संदेशा
पवन दिवानी घूम रही है
रजनी तारों से दमकी है
नभ का मस्तक चूम रही है
देख सुगंधित पकवानों को
जीभ हर्ष से है इतराई
नीतू ठाकुर 'विदुषी'
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ReplyDeleteआदरणीय गुरुदेव के माता पिता के वैवाहिक वर्षगाँठ पर हार्दिग शुभकामनाएं हमेशा ये जोड़ी सलामत रहे और चरण वदंन नमन करती हूँ सादर प्रणाम🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
ReplyDeleteआद. माँ बाबू जी को सादर नमन करती हूँ आप दोनों आद. जनो को वैवाहिक वर्षगाँठ की अनंत बधाईयाँँ आप का वरद् हस्त सदा हम सब पर बना रहे।
ReplyDeleteवाह!!!!
ReplyDeleteलाजवाब नवगीत माता पिता की वैवाहिक वर्षगाँठ पर...।बहुत बहुत शुभकामनाएं एवं नमन।
आदरणीय संजय जी, माता पिताको विवाह की वर्षगांठ हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। दोनों की मधुर जोड़ी अटल रहे, यही कामना करती हूं
ReplyDelete।🎂🎂🎂🎂🎂🎂
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🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
आ०माँ बाबूजी को वैवाहिक वर्षगांठ की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं 💐💐 बेहद खूबसूरत नवगीत आदरणीय 👌
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