*अग्निपथ / अग्निवीर*
*आग या ज्वालमुखी*
लाल बहादुर आकर देखो, भारत लालम लाल हुआ।
जय जवान फिर जय किसान का, आज प्रशासन काल हुआ।।
1
नित्य जवान किसान युवा की, सत्ता पक्ष परीक्षा ले।
लोकतन्त्र मतदान दिलाता, याद नहीं अब दीक्षा ले।।
शासक मद मतवाला होकर, भूल गया सब भिक्षा ले।
आर्यव्रत की करता बातें, न्याय किया कब शिक्षा ले।।
श्रेष्ठ धर्म का रक्षक बनकर, मिथ्या एक दलाल हुआ।
जय जवान फिर जय किसान का, आज प्रशासन काल हुआ।।
2
धर्म कर्म का अंधा शासन, शोर कराना आता है।
हुआ समाज अनिश्चित अस्थिर, इन्हें बनाना आता है।।
महँगाई भी लगे निरंकुश, मूल्य बढ़ाना आता है।
सरकारी सब बेच कम्पनी, कार्य छिपाना आता है।।
सब सौगंध शपथ भूला है, देख समाज निढाल हुआ।
जय जवान फिर जय किसान का, आज प्रशासन काल हुआ।।
3
स्वप्न विश्वगुरु होगा भारत, ऊँचा सिर ये काटेगा।
जुमलेबाजी में ये शासक, थूक सदा ही चाटेगा।।
और कम्पनी राज अटल कर, दूध मलाई बाँटेगा।
मतदान समाप्त कराकर के, नूतन भारत छाँटेगा।।
चंद्र तथा मंगल का सपना, लाक्षागृह सा हाल हुआ।
जय जवान फिर जय किसान का, आज प्रशासन काल हुआ।।
4
मौन रही जो आज तूलिका, सबको ही फिर रोना है।
पाने को कुछ शेष नहीं है, पल-पल ही सब खोना है।।
भय का कट्टा भ्रम का बोरा, सिर पे धर के ढोना है।
एक अराजक पापी सत्ता, पापों को अब धोना है।।
अहम वहम से देश न चलते, बंद विकास उछाल हुआ।
जय जवान फिर जय किसान का, आज प्रशासन काल हुआ।।
5
संविधान का विजय तिलक ये, अगर योजना मोड़े तो।
कृषक योजना हार गई है, हाथ यहाँ भी जोड़े तो।।
क्षमा याचना करले बढ़कर, लज्जित होकर थोड़े तो।
अग्निवीर की स्नातक शिक्षा, जीवित इसको छोड़े तो।।
कृष्ण स्वयं वो बन बैठा है, युवा वर्ग गोपाल हुआ।
संजय कौशिक 'विज्ञात'
नमन गुरुदेव 🙏
ReplyDeleteवर्तमान परिस्थितियों पर सटीक रचना 👌
बहुत ही आकर्षक अंदाज और प्रभावी कथन 💐💐💐
बहुत सुंदर, आज के सन्दर्भ में बिल्कुल सटीक। नमन गुरु जी ।
ReplyDeleteसटीक रचना गुरुवर की जय हो
ReplyDeleteनमन गुरुदेव 🙏
ReplyDeleteआज की प्रशासनिक व्यवस्था को उजागर करती हुई सटीक रचना 👌
आकर्षक बेहद सूंदर लय ताल से लिखा गया एक सटीक रचना🌷🌷👌👌👌👌
ReplyDeleteबहुत सुंदर और सटीक रचना । शत प्रतिशत सत्य कथन । जय जवान जय किसान ।
ReplyDeleteबहुत सुंदर और सटीक रचना आदरणीय।
ReplyDeleteनमन गुरुदेव 🙏🙏
ReplyDeleteजय जवान जय किसान बहुत सुंदर और सटीक रचना 🙏👌
सार्थक सृजन 👌 आदरणीय 🙏
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ReplyDeleteवाह 👌👌👌👌सत्य को प्रदर्शित करती एवं सरकार को दर्पण दिखाती आपकी रचना
ReplyDeleteसादर नमन गुरुदेव 🙏💐
यथार्थ ने हृदय पर जो प्रहार किया है शब्द शब्द चीख कर उसकी अगवानी कर रहें हैं।
ReplyDeleteकवि अपना धर्म यूँ ही निभाता रहे और आम जन की मानसिकता का संबल बने उसका सृजन, तो लेखन सार्थक हुआ ।
आत्मीय शुभकामनाएं एवं सादर साधुवाद।
सत्य को प्रदर्शित करती हुई रचना आपकी गुरुदेव बहुत सुन्दर सादर प्रणाम👏👏👏👏
ReplyDeleteबहुत सुंदर 👌🙏
ReplyDeleteरचना मे झंकार है 👌👌👌👌🙏🙏गुरुदेव
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