Sunday, May 16, 2021

वैवाहिक वर्षगाँठ-बधाई गीत : संजय कौशिक 'विज्ञात'


वैवाहिक वर्षगाँठ 
बधाई गीत (माता पिता को समर्पित)
स्वर्ण जयंती 
संजय कौशिक 'विज्ञात' 

मापनी ~ 16/16

स्वर्णिम क्षण की संदूकों से 
स्वर्ण जयंती बाहर आई
मात-पिता के हर्षित मुख पर 
पावन बासंती सी छाई।।

स्मृति पटल हुआ कुंदन चमके
मुग्ध मंत्र बिन ये घर सारा 
जयमाला फेरे मुस्काये
उन वचनों का खोल पिटारा
हर्ष हृदय के खुलकर खिलते 
कुनबा दे यूँ श्रेष्ठ बधाई।।

पावन ज्योति अखंड बनी माँ 
जिनसे महका घर का मंदिर
भरा तेल से दीप पिता जी 
यूँ चमका कुल का संवत्सर 
नेह प्रेम की लौ अद्भुत से 
मिटी सदा इस घर की खाई।।

बाँट दिया घर बेटों में सब
बेटी को भी ससुराल दिया 
निज श्रम की अंतिम बूंदों से
सींच नेह सब खुशहाल किया
अपनी पीर कभी अधरों तक
दोनों ने ही नही दिखाई।।

संजय कौशिक 'विज्ञात'

46 comments:

  1. सादर नमन 🙏
    बहुत ही खूबसूरत गीत 👌👌👌
    हार्दिक शुभकामनाएं 💐💐💐💐💐💐

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  2. बहुत सुंदर।बहुत बहुत बधाई।

    जब ते राम ब्याह घर आये।
    नित नव मंगल मोद बधाये।।

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  3. परिवार का सारा चित्रण उभरकर साक्षात स्मृति पटल के सामने आ गया

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  4. वाह शानदार गीत सृजन आदरणीय श्री 👌👏💐👏👏🙏

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  5. अनंत शुभकामनाएं
    नमन
    सुंदर सृजन

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    1. आत्मीय आभार कोविद साहेब जी

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  6. गुरु देव की हर रचना में नव्यता होती है।
    नमन गुरु देव 🙏

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    1. ये आपका सकारात्मक दृष्टिकोण ही ऊर्जा और नव्यता का केंद्र है
      पुनः आत्मीय आभार कोविद साहेब जी

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  7. अप्रतिम माता पिता के लिए इससे सुंदर उपहार हो ही नहीं सकता। वंदन आपको

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  8. 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻

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  9. अनुपम गीत! हार्दिक बधाई सर🌷🙏🌷
    अनीता सिंह"अनित्या"

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    1. हार्दिक आभार अनित्या जी

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  10. बेहद खूबसूरत नवगीत आदरणीय 👌👌👌👌

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    1. आत्मीय आभार अनुराधा जी

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  11. चरण स्पर्श करती हूँ आदरणीय माता पिता जी को । हमेशा स्वस्थ और प्रसन्न रहें ।
    उन्हे मेरा प्रणाम कहिएगा । बहुत सुन्दर नवगीत सृजन । जब हम अपनी रचना में माता पिता को शामिल करते हैं तो रचना तो वैसे ही खूबसूरत हो जाती है ।

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    1. बिल्कुल पूज्य मातापिता श्री के आशीर्वाद के बिना पशुत्व से मुक्ति किसे मिली है सुंदर भावों के लिए आत्मीय आभार

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  12. पुज्य युगल के चरणों में शत-शत वंदन।
    वैवाहिक स्वर्ण जयंती पर अंतर हृदय से कोटि-कोटि शुभकामनाएं।
    भाव भीना गीत मधुर स्मृतियों को ताजा करता।
    माता पिता को अर्पित सुंदर भाव मोती ।
    अभिराम अपूर्व।

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  13. आपकी प्रतिक्रिया भाव विभोर कर देती है
    एक एक शब्द को इतना ध्यान और मान देती हैं आप कि अग्रिम प्रयास के लिए लेखनी को पर्याप्त ऊर्जा आपकी प्रतिक्रिया देने के लिए पर्याप्त होती है
    आत्मीय आभार आपका

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  14. बहुत सुंदर गीत बहुत-बहुत बधाई

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    1. आत्मीय आभार प्रांजलि जी

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  15. बहुत-बहुत बधाई बहुत सुंदर गीत

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  16. हार्दिक शुभकामनाएं बहुत सुन्दर गीत है।

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    1. हार्दिक आभार उर्मिला जी

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  17. सुंदर प्रसाद युक्त रचना गुरुदेव की

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    1. आत्मीय आभार मधुकर वनमाली जी

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  18. खूबसूरत , हार्दिक शुभकामनाएं, बधाई

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    1. आत्मीय आभार अजित कुम्भकार जी

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  19. वैवाहिक स्वर्ण जयंती की परम पूजनीय युगल को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं🌺🌺🌺सादर नमन...भावपुष्पों से सुसज्जित बेहतरीन नवगीत आदरणीय...।इससे सुंदर उपहार ..शायद ही कोई हो..अपना पूरा जीवन जो अपने बच्चों को समर्पित कर दें..उनके लिए प्यार और सम्मान के अतिरिक्त और कोई मनोभाव हो भी नहींसकते ।सादर नमन

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  20. प्रतिक्रिया में सुंदर शब्दों के माध्यम से आप द्वारा प्रदत्त भावों का गुलदस्ता प्रशंसनीय है आत्मीय आभार आपका सुगंध जी

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  21. मां पिताजी को मेरा प्रणाम 🙏
    शादी की सालगिरह पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं 💐💐💐💐
    नवगीत बहुत ही बढ़िया है जिसमें आपने यर्थाथ का सजीव चित्रण किया है गुरूदेव
    नवगीत में आत्मीयता की खुशबू आ रही है ।

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    1. आदरणीय आत्मीय आभार आपका

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    1. आत्मीय आभार आपका यशस्वी जी

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  23. सादर नमन गुरुदेव 🙏

    चन्द्र चकोरी सी यह जोड़ी,गंगा की पावन धारा
    परछाई से मीठा कर दे,सागर का भी जल खारा
    आशीष इच्छुक हैं हम सारे, करते हैं हिय से वंदन
    पर्व मनाएं आज खुशी का,झूम उठे यह जग सारा

    हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं ....आपका स्नेहाशीष यूँ ही मिलता रहे 🙏 बहुत ही सुंदर रचना 💐💐💐💐💐

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    1. आकर्षक भावमयी मुक्तक पर्व हर्ष का महापर्व में परिवर्तित हो जाता है जब सभ साथी अपने अपने ढंग से आनंद को बढ़ाते हुए हर्ष मनाते हैं । बहुत ही सुंदर प्रतिक्रिया आत्मीय आभार आपका विदुषी जी

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  24. आ. दादा जी दादी माँ जी
    चरण छू कर प्रणाम करती हूँ

    शादी की सालगिरह की बहुत बहुत बधाई आप दोनों को

    निज श्रम की अंतिम बूंदों से
    सींच नेह सब खुशहाल किया
    अपनी पीर कभी अधरों तक
    दोनों ने ही नही दिखाई।।
    वाह वाह वाह
    अति उत्तम सृजन आ.गुरुदेव जी।

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    1. सुवासिता जी आत्मीय आभार बिटिया जी

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  25. अति सुन्दर भावपूर्ण सृजन आपका आद. भैया जी गुरुदेव जु
    माँ बाबू जी को सादर नमन उनका वरदहस्त हम सभी के शीश पर सदा रहे। वैवाहिक वर्षगाँठ की अनंत बधाइयां आपको।

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    1. आत्मीय आभार आपका मनशा शुक्ला जी

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  26. बहुत सुंदर गीत।

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