Tuesday, March 10, 2020

नवगीत क्रान्तिकारी ध्वज संजय कौशिक 'विज्ञात'



नवगीत 
क्रान्तिकारी ध्वज 
संजय कौशिक 'विज्ञात' 


ध्वज तिरंगा हाथ लेकर, 
इक हवा फिर से चलेगी।
देश हित निर्णय करेगी, 
फिर न टाले से टलेगी।

1
नित्य वो षड्यंत्र रचते, 
जो हिमालय तोड़ देंगे।
शक्ति उनकी देखनी है, 
क्या हवा को मोड़ देंगे।
क्रांतिकारी को भरोसा, 
लेख रक्तिम जोड़ देंगे।
लिख नया अध्याय उत्तम, 
नीच बातें छोड़ देंगे।
जो यहाँ अवसर भुनाये, 
कल नहीं दालें गलेगी।
ध्वज तिरंगा हाथ लेकर, 
इक हवा फिर से चलेगी।

2
फिर समय आया प्रसव का, 
आज मजहब बोल दे फिर।
ये प्रसूता कौन ठहरी, 
जो पिता को तोल दे फिर।
या अवैधा मात उनकी, 
भेद आकर खोल दे फिर।
नीच कारज नीच करता
जो गरल का घोल दे फिर।
जो हुतात्मा नाद करती, 
वो लता अबके फलेगी
ध्वज तिरंगा हाथ लेकर, 
इक हवा फिर से चलेगी।

3
सागरों की उच्च लहरें, 
गर्जना से हैं लजाती।
वो दमकती दामिनी भी, 
स्वप्न इनसे ही सजाती।
और झंझावात सीखे, 
वृष्टि में ओले बजाती।
क्रांतिकारी सोच से ही, 
शत्रु की माँ सुत भजाती।
जो अगर मारा गया वो, 
हाथ जीवन भर मलेगी।
ध्वज तिरंगा हाथ लेकर, 
इक हवा फिर से चलेगी।

संजय कौशिक 'विज्ञात'

21 comments:

  1. नित्य वो षड्यंत्र रचते,
    जो हिमालय तोड़ देंगे।
    शक्ति उनकी देखनी है,
    क्या हवा को मोड़ देंगे।
    क्रांतिकारी को भरोसा,
    लेख रक्तिम जोड़ देंगे।
    लिख नया अध्याय उत्तम,
    नीच बातें छोड़ देंगे।
    वाह वाह बहुत खूब बेहतरीन और लाजवाब सृजन गुरु देव

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  2. बहुत उत्तम सृजन आदरणीय ललकार गजब की है

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  3. दमकती दामिनी भी स्वप्न इनसे सजाती
    वाह आ0

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  4. उत्तम रचना सर जी

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  5. लिख नया अध्याय उत्तम,
    नीच बातें छोड़ देंगे।
    जो यहाँ अवसर भुनाये,
    कल नहीं दालें गलेगी।
    ध्वज तिरंगा हाथ लेकर,
    इक हवा फिर से चलेगी।
    अद्भुत रचना आदरणीय 👌👌

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  6. शानदार बिंब, शानदार आह्वान करती, वीररस की सांगोपांग प्रस्तुति।
    देश भक्ति का अनुपम नव गीत।

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  7. अनुपम नवगीत
    आ.सर जी शुभकामनाएं 🙏🙏

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  8. क्रांतिकारी सोच से ही शत्रु की माँ सुत भजाती.......👌👌👌👌👌सुन्दर शब्द चयन व अप्रतिम भाव👏👏👏👏👏

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  9. ओजपूर्ण सृजन ,एक एक शब्द मन में जोश भरता ,देशभक्ति से परिपूर्ण अनुपम सृजन आदरणीय👌👌👌

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  10. वाह!!!
    बहुत ही सुन्दर लाजवाब हमेशा की तरह...

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  11. एक प्रयाण गीत जैसे हृदय में ओज भरता ,आशा जगाता उचित -अनुचित का ज्ञान कराता गीत की सृजन किया है आपने । अति सुंदर ।अनन्त बधाई आपको ।

    कलम का स्पंदन

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  12. बहुत सुंदर आपकी यह रचना आदरणीय बहुत बहुत बधाई आपको

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  13. बहुत ही खूबसूरत देशभक्ति से भरपूर नवगीत 👌👌👌
    भविष्य की उम्मीद जगाती और देशवासियों को आवाह्न करती उत्कृष्ठ कृति। सकारात्मक सोच की तरफ ले जाते सार्थक संदेश की जितनी भी प्रशंसा करें कम है...ढेर सारी बधाई 💐💐💐💐

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  14. वीर जवानों सहित भारतीयों के मन में देशभक्ति की भावना जागृत करने के लिए यह ओज पूर्ण रचना पाथेय हो।एक देशभक्त के रूप में आपकी लेखनी को वन्दन है। आशा है भविष्य में भी लेखनी के माध्यम से आपके उच्च आदर्शो का सानिध्य प्राप्त होता रहे। सादर बधाई!!!

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  15. देशप्रेम से ओतप्रोत उत्कृष्ट रचना

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  16. वाह वाह बिम्ब प्रधान शानदार नवगीत के लिए हार्दिक बधाई

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  17. वाह वाह वाह वाह बेहतरीन रचना

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  18. This comment has been removed by the author.

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  19. सुन्दर प्रस्तुति

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